एस धम्मो सनंतनो धम्मपद भगवान बुद्ध की देशना 11 / भगवान श्री रजनीश
एस धम्मो सनंतनो धम्मपद भगवान बुद्ध की देशना 11 / भगवान श्री रजनीश
Regular price
Rs520.00 NPR
Regular price
Sale price
Rs520.00 NPR
Unit price
/
per
स्वर्ग तुम बनाते, नर्क तुम बनाते। नर्क तुम बनाते तृष्णा से; तृष्णा से मुक्त होकर स्वर्ग बन जाता है। तुम्हारी मर्जी; तुम अगर नर्क ही चाहते हो, तो बनाते रहो, लेकिन फिर रोओ मत। फिर कहो मत कि मैं दुखी क्यों हूं! फिर तुम्हारा संकल्प है। फिर तुम्हारी स्वतंत्रता है। फिर कहो मत कि दुखी क्यों हूं!
कोई जिम्मेवार नहीं है। बुद्ध के इस वचन को स्मरण रखना : तुम्हारे अतिरिक्त और कोई जिम्मेवार नहीं है। तुम जो हो, तुम्हीं जिम्मेवार हो । यह सत्य तुम्हारे हृदय में बैठ जाए, तो इसी क्षण क्रांति शुरू हो जाए। तब तुम दुख के जिम्मेवार हो। अगर तुम दुख ही चाहते हो, दुख बनाए चले जाओ । कोई तुम्हें रोकता नहीं। तुम्हारी स्वतंत्रता परम है।
-भगवान श्री रजनीश